चेहरे पर बनावट का गुस्सा
आंखों से झलकता प्यार भी है।
इस शक की अदा को क्या किया?
इनकार भी है, इकरार भी है।
उसको क्या सजा दूं जिसने मोहब्बत में हमारा दिल तोड़ दिया?
गुनाह तो हमने किया जो उसकी बातों को मोहब्बत का रंग दिया।
अपने हाथों से यूं चेहरे को छुपाते क्यों हो
हमसे शर्माते हो तो सामने आते क्यों हो,
कभी मेरी तरह कर भी लो इकरार ए वफा
प्यार करते हो तो प्यार छुपाते क्यों हो?
( Hindi romantic shayeri )
जो सच्चा प्यार करता है व
कहां फरियाद करता है?
लबों को हिलने नहीं देते
दिलों दिल याद करता है।
तापी सूरज की होती है,
जलना जमीन को पड़ता है।
कसूर आंखों का होता है,
तड़पना दिल को पड़ता है।
अपनी आंखों के समंदर में उतर जाने दे
तेरी मुजरिम हूं, मुझे डूब जाने दे।
जख्म कितना तेरी चाहत से मिला है मुझे?
सोचता हूं कहूं तुझसे, मगर जाने दे।
(Hindi romantic shayeri)
तेरी जिंदगी में खुशियां तमाम आए।
खेली बहारों पर तेरा ही नाम आए।
कोई पूछे जब तुम्हें किसी अपने का नाम।
तेरे होठों पर सिर्फ और सिर्फ मेरा ही नाम है।
👌🏻
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