सच्ची मदद किसे कहते हे
सच्ची मदद - एक नन्ही सी चिड़िया अपने घरवालों से बिछड़कर अपने घर से बहुत दूर आ गया था।
वह नन्ही चिड़िया उड़ना नहीं जानती थी... उसने अभी-अभी उड़ना सीखना शुरू किया था!
उधर नन्ही चिड़िया के परिजन काफी परेशान थे और उसके आने का इंतजार कर रहे थे।
यहां नन्ही चिड़िया भी नहीं समझ पा रहा था कि वह अपने घर कैसे पहुंचे?
वह उड़ने की बहुत कोशिश कर रहा था, लेकिन बार-बार कुछ ऊपर उठकर गिर जाता था।
कुछ दूर से एक अनजान चिड़िया अपने दोस्त के साथ ये सारे नज़ारे बड़े ध्यान से देख रही थी।
सच्ची मदद -
कुछ देर देखने के बाद वे दोनों चिड़िया उस नन्ही चिड़िया के करीब आ गए।
नन्ही चिड़िया पहले तो उन्हें देखकर घबरा गया, फिर उसने सोचा कि शायद वे उसकी मदद करें और उसे घर ले जाएं।
अनजान चिड़िया - क्या हुआ, छोटी चिड़िया बहुत परेशान है ?
नन्ही चिड़िया - मैं रास्ता भटक गया हूँ और शाम होने से पहले मुझे घर लौटना है। मैं अच्छे से उड़ना नहीं जानता।
मेरे घरवाले बहुत परेशान हो रहे होंगे। क्या आप मुझे उड़ना सिखा सकते हैं? मैं बहुत देर से कोशिश कर रहा हूं लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।
अनजान चिड़िया - (थोड़ी देर सोचने के बाद) - जब उड़ना नहीं सीखा, तो इतनी दूर जाने की क्या जरूरत थी?
वह अपने दोस्त के साथ मिलकर नन्ही चिड़िया का मजाक उड़ाने लगा।
नन्ही चिड़िया उन लोगों की बातों से बहुत नाराज़ हो रहा था।
अनजान चिड़िया हँसते हुए बोला – देखो, हम उड़ना जानते हैं और हम जहां चाहें वहां जा सकते हैं।
यह कह कर उस नन्ही चिड़िया के सामने उस अनजान चिड़िया ने पहली उड़ान भरी।
सच्ची मदद -
थोड़ी देर बाद वह फिर वापस आया और दो-चार कड़वी बातें कहकर उड़ गया।
उसने ऐसा पांच-छह बार किया और इस बार जब वह उड़ान भर के वापस आया तो नन्ही चिड़िया वहां नहीं थी।
अनजान चिड़िया अपने दोस्त से- नन्ही चिड़िया ने उड़ान भरी, न? उस समय अनजान चिड़िया के चेहरे पर खुशी के भाव थे।
दोस्त परिंदा - हाँ, नन्ही चिड़िया ने तो उड़ान भरी है पर तुम इतने खुश क्यों हो रहे हो दोस्त? तुमने उसका मजाक उड़ाया।
अनजान चिड़िया - दोस्त आपने सिर्फ मेरी नेगेटिविटी पर ध्यान दिया। लेकिन नन्ही चिड़िया मेरी नकारात्मकता पर कम और सकारात्मक पर ज्यादा ध्यान दे रही थी।
इसका मतलब यह हुआ कि मेरे मज़ाक को नज़रअंदाज़ करते हुए उसने मेरी उड़ने वाली चाल पर ज़्यादा ध्यान दिया और वह उड़ान भरने में कामयाब रहा।
दोस्त परिंदा - जब तुम्हें उसे उड़ना सिखाना था तो उसका मज़ाक उड़ाकर क्यों सिखाया?
अनजान चिड़िया - दोस्त, नन्ही चिड़िया अपने जीवन की पहली बड़ी उड़ान ले रही थी और मैं उसके लिए अजनबी था।
अगर मैंने उसे सीधे उड़ना सिखाया होता, तो वह जीवन भर मेरे एहसानके नीचे दब जाता और भविष्य में अपने दम पर ज्यादा कोशिश नहीं करता।
मैंने देखा कि उस चिड़िया के अंदर जोश छिपा है।
जब मैंने उसे कोशिश करते देखा तो समझ में आया कि इसे बस थोड़ी सी दिशा देने की जरूरत है ।
और जो मैंने अनजाने में उसे दिया और वह अपनी मंजिल पाने में कामयाब हो गया।
अब वह अपनी पूरी जिंदगी अकेले ही आजमाएगा और दूसरों से कम मदद मांगेगा। इससे उसके अंदर विश्वास भी और बढ़ेगा।
मित्र परिंदा ने अनजान चिड़िया की प्रशंसा करते हुए कहा कि तुम बहुत महान हो ।
जिस तरह से तुमने उस नन्ही चिड़िया की मदद की, वही असली मदद है!
सच्ची मदद -
दोस्तों सच्ची मदद वह है जो मदद करने वाले को यह महसूस नहीं होने देती कि उसकी मदद की गई है।
कई बार लोग मदद तो करते हैं लेकिन उनका ढिंढोरा पीटने से नहीं चूकते। ऐसी मदद का क्या फायदा!
पक्षियों की यह कहानी हम इंसानों के लिए भी एक सबक है कि हमें लोगों की मदद करनी चाहिए लेकिन उसे व्यक्त नहीं करना चाहिए!
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